Wankhede Stadium Pitch Report in Hindi: कैसी है वानखेड़े स्टेडियम की पिच? जानें यहां गेंदबाज या फिर बल्लेबाज किसे मिलती है सबसे ज्यादा मदद

Wankhede Stadium Pitch Report in Hindi: भारत के चेपॉक, ईडन गार्डन्स और फिरोज शाह कोटला जैसे पुरानी क्रिकेट मैदानों की तुलना में मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम थोड़ा छोटा स्टेडियम है परन्तु हर भारतीय के लिए यह स्टेडियम बहुत ही खास है। क्योकि यह वही मैदान है जहाँ पर धोनी ने सिक्स लगाकर भारत को वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप जीताया था। यह देश के लिए खेलने वाले कुछ महानतम क्रिकेटरों का घर रहा है।

Wankhede Stadium Pavilion: वानखेडे स्टेडियम मुंबई में सात अलग-अलग स्टैंड हैं – सुनील गावस्कर स्टैंड, नॉर्थ स्टैंड, विजय मर्चेंट स्टैंड, सचिन तेंदुलकर स्टैंड, एमसीए पवेलियन, दिवेचा पवेलियन और गरवारे पवेलियन।

आज हम इस पोस्ट के माध्यम से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम कि पिच का हाल जानेंगे। तो आइए जानते हैं कैसी है वानखेड़े स्टेडियम की पिच।

Wankhede Stadium, Mumbai

Opened1974
Capacity33,000
EndsGarware Pavilion End, Tata End
CuratorSudhir Naik

वानखेड़े स्टेडियम की पिच रिपोर्ट (Wankhede Stadium Mumbai pitch report in Hindi)

Wankhede Stadium Pitch Report 2023: अगर हम मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium, Mumbai) की पिच की बात करे तो आपको बता दे की यहां की पिच लाल मिट्टी की बनी होती है। वानखेड़े की पिच हमेशा से ही बल्लेबाजी के लिए अनुकूल रही है।

वानखेड़े स्टेडियम मुंबई पिच रिपोर्ट हिंदी: जिसके चलते इस पिच पर हाई-स्कोरिंग मैच अक्सर देखने को मिलते हैं। हालांकि, वानखेड़े स्टेडियम की पिच लाल मिट्टी की होने के कारण यह विकेट को काफी कठोर बनाती है जिससे तेज गेंदबाजों को पिच अच्छा खासा उछाल मिलता है।

Mumbai Stadium Pitch Report in Hindi: वानखेड़े की विकेट से तेज गेंदबाजों और स्पिनरों दोनों को मदद मिलती है। अरब सागर के पास होने के कारण पिच से तेज गेंदबाज को स्विंग मिलती है। खासकर मुकाबले के शुरआती ओवर्स में। हालांकि, टेस्ट मैच के अंतिम दिनों के दौरान मुंबई की विकेट स्पिनरों को बहुत अधिक लाभ मिलता है क्योंकि पिच एक खतरनाक टर्नर में बदल जाती है। लेकिन वनडे और टी20 में जैसे-जैसे पारी आगे बढ़ती है, वैसे-वैसे पिच आसान होती जाती है और बल्लेबाजों के अनुकूल होती जाती है।

वानखेड़े स्टेडियम की पिच रिपोर्ट बल्लेबाजी या गेंदबाजी

अब बात करते है की आखिर वानखेड़े स्टेडियम की पिच बल्लेबाजी या गेंदबाजी किसके लिए ज़्यादा अनुकूल है, इसके लिए हमें वानखेड़े स्टेडियम के पिछले आकंड़े को देखना पड़ेगा। अगर हम आकंड़े के माध्यम से देखे तो मुंबई की वानखेड़े स्टेडियम की पिच बल्लेबाजी के लिए ज़्यादा अनुकूल मानी जाती है।

अगर बल्लेबाज अच्छे टाइमिंग से शार्ट खेलते है तो उन्हें इसका 100% फ़ायदा मिलता है। इसलिए विकेट पर टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।

मुंबई की विकेट पर दूसरी इनिंग में बल्लेबाजी करना काफी आसान हो जाता है, इसका मुख्य कारण का Dew ओस का मैदान पर आ जाना। जिसके चलते गेंदबाजी करना मुश्किल हो जाता है।

वानखेड़े में वनडे आकंड़े

चलिए अब बात करते है इस ग्राउंड के वनडे मुकाबलों के आकंड़े के बारे में, इस स्टेडियम अब तक कुल 37 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले गए हैं जिसमें बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 20 मैच जीते हैं जबकि गेंदबाजी करते हुए टीम ने 17 मुकाबलों में जीत हासिल की है। इस पिच पर सर्वाधिक स्कोर 484 रन हैं जोकि साउथ अफ्रीका ने बनाया था। इस पिच पर हाईएस्ट रन चेज 293 रन रहा है।

वानखेड़े में टी20 आकंड़े

अगर हम इस ग्राउंड के टी20 मुकाबलों के आकंड़े के बारे में बात करे तो इस स्टेडियम कुल 12 इंटरनेशनल टी20 मुकाबले खेले गए हैं जिसमें बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 5 मैच जीते हैं जबकि गेंदबाजी करते हुए टीम ने 7 मुकाबलों में जीत हासिल की है। इस पिच पर सर्वाधिक स्कोर 240/3 रन हैं जोकि भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था। इस पिच पर हाईएस्ट रन चेज 230/8 रन रहा है जिसमें इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ रन चेज करते हुए जीत हासिल की थी। इस मैदान पर टी20 मुकाबलों में पहली पारी का औसत स्कोर 172 है वही दूसरी पारी का औसत स्कोर 161 है।

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